faiz ahmad faiz shayari | फैज अहमद फैज शायरी

faiz ahmad faiz shayari On love in hindi 

faiz ahmad faiz shayari | फैज अहमद फैज शायरी

इस दिल को किसी की आस रहती है,
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही,
पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है.. 

---------------------------------------------------------

कागज़ की कश्ती से पार जाने की ना सोच,
चलते हुए तुफानो को हाथ में लाने की ना सोच,
दुनिया बड़ी बेदर्द है, इस से खिलवाड़ ना कर,
जहाँ तक मुनासिब हो, दिल बचाने की सोच।  

---------------------------------------------------------

फैज़ अहमद फैज़ रेख़्ता

लगे है फोन जबसे तार भी नहीं आते ,
बूढी आँखों के अब मददगार भी नहीं आते ,
गए है जबसे शहर में कमाने को लड़के ,
हमारे गाँव में त्यौहार भी नहीं आते। 

---------------------------------------------------------

ज़िन्दगी लहर थी आप साहिल हुए,
न जाने कैसे हम आपकी दोस्ती के काबिल हुए,
न भूलेंगे हम उस हसीं पल को,
जब आप हमारी छोटी सी ज़िन्दगी में शामिल हुए.

---------------------------------------------------------

तेरे मेरे रिश्ते को क्या नाम दूँ,
यह नाम दूँ या वह नाम दूँ,
इस दुनिया की भीड़ मैं नाम हो जाते है बदनाम,
क्यों न अपने रिश्ते को बेनाम ही रहने दूँ.

---------------------------------------------------------

Faiz ahmad faiz shayari in hindi

जिस दिन बंद कर ली हमने आंखें,
कई आँखों से उस दिन आंसु बरसेंगे,
जो कहते हैं के बहुत तंग करते है हम,
वही हमारी एक शरारत को तरसेंगे.

---------------------------------------------------------

इश्क़ सभी को जीना सिखा देता है,
वफ़ा के नाम पर मरना सीखा देता है,
इश्क़ नहीं किया तो करके देखो,
ज़ालिम हर दर्द सहना सीखा देता है!

---------------------------------------------------------

फर्क होता है खुदा और फ़क़ीर में,
फर्क होता है किस्मत और लकीर में..
अगर कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेना..
कि कुछ और अच्छा लिखा है तक़दीर में।

---------------------------------------------------------

अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है,
जिस चीज़ की चाह है वो ही बेगानी है,
हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए,
वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है।

---------------------------------------------------------

फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की ग़ज़लें

जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।

---------------------------------------------------------

ज़िन्दगी के लिए जान जरुरी है,
पाने के लिए अरमान ज़रूरी है,
हमारे पास चाहे हो कितना ही गम,
पर आपके चेहरे पर मुस्कान ज़रूरी है.

---------------------------------------------------------

नामचीन शायरी

चलो! थोड़ी मुस्कुराहट बाँटते है..
थोड़ा दुख तकलीफों को डाँटते है..
क्या पता ये साँसे चोर कब तक हैं?
क्या पता ‘जिन्दगी की चरखी’ में ड़ोर कब तक हैं?

---------------------------------------------------------

آئے تو یوں کہ جیسے ہمشیہ تھے مہربان
بھولے توں یوں کہ جیسے کبھی آشنا نہ تھے

Ay To Yu Ky Jaxy Hamexha Thy Mahrban
Bohly To Yu Ky Jaxy Kabhi Axhna Na Thy

---------------------------------------------------------

صبح پھوتی توآسماں پہ ترے
رنگ رخسار کی پھوہار گری
رات چھائی تو روئے عالم پر
تیری زلفوں کی آبشار گری

Suba Photi To Axman Py Tery
Rang Rukjxar  Ki Puhar Giri
Rat Chai To Roay Alam Par
Tari Zulfo Ki Abxhar Giri

---------------------------------------------------------

Shayari by faiz ahmed faiz

امید یار نظر کا مزاج درد کا رنگ
تم آج کچھ بھی نہ پوچھو کہ دل اداس بہت ہے

Umeed Tar NAzar Ka Mazaj dard ka rang
Tum Aj Kuch Na Pucho Ky Dil Udax Boht Hai

---------------------------------------------------------

تیری امید تیرا انظار جب سے ہے
نہ شب کو دن سے شکائیت نہ دن کو شب سے

Tari Umed Tera Intazar Jab Xy HAi
Na Xhab Ko Din Xy Xhaqyat Na Din Ko Xhab Xy

---------------------------------------------------------

دل نہ امید تو نہیں ناکام ہی تو ہے
لمبی ہے غم کی شام مگر شام ہی تو ہے

Dil Na Umeed To Nai Nakam He To Hai
Lambi Hai Gam Ki Xham Magar Xham He To Hai

---------------------------------------------------------

फैज अहमद फैज कविता कोश

نہیں نگاہ میں منزل جستجو
نہیں وصال میسر تو آرزو ہی سہی

Nahi Niga Mai Manzi Jostjo
Nahi Waxal Mayaxar to Arzo He Xahi

---------------------------------------------------------

آواز میں ٹھرائو تھا آنکھوں میں نمی تھی
اور کہہ رہا تھا میں نے سب کچھ بھلا دیا

Awaz Mai Tahrao Tha Ankhon Mai Nami Thi
Or Kah Raha THa Mai Ny Sab Kuch Bukla Dia

---------------------------------------------------------

faiz ahmad faiz shayari On love in hindi

آپ کی یاد آتی رہی رات بھر
چاندنی دل دکھاتی رہی رات بھر

Ap Ki Yad Ati Rahi Rat Bhar
Chandni Dil Dikhati Rahi Rat Bhar 

---------------------------------------------------------

تم آئے ہو نہ شب انظار گزری ہے
تلاش میں ہے سحر بار بار گزری ہے

Tum Ay Ho Na Xhab Intzar Guzri Hai
Talaxh Mai Hai Xahar Bar Bar Guzri Hai

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ