heart touching shayari in hindi 2 lines | हार्ट टचिंग शायरी इन हिंदी 2 लाइंस
मेरे पास लिखने को तेरे अफसाने बहुत है
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वो कभी खुशबू...कभी झोंका...कभी हवा सा लगे
जुदा होकर भी वो मुझसे जुड़ा-जुड़ा सा लगे...!
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रात भर भटका है मन मोहब्बत के पुराने पते पे
चाँद कब सूरज में बदल जाता है पता नहीं चला...!
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कभी फ़कीर, कभी शाह, कभी दिलनशीं की तरह
ज़िंदगी रोज़ हमसे मिलती है अजनबी की तरह
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पूछ रही है आज मेरी शायरियाँ मुझसे कि
कहाँ उड़ गये वो परिंदे जो वाह वाह किया करते थे
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सोच रहा हूँ करूँ भी तो क्या करूँ
आज यह दिल तेरे दीदार की ज़िद लिए बैठा है
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नफ़रत का ख़ुद का अपना कोई वज़ूद नहीं होता है
यह तो मोहब्बत की ग़ैर मौजूदगी का नतीजा है
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मुस्कुराने पे शुरू हो और रुलाने पे खत्म हो जाये
ये वही जुल्म है जिसे लोग महोब्बत कहते है
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एक तू ही है जिसे हर किस्सा सुनाने को जी चाहता है
यू तो हमारे लब्ज सुनने को दुनिया बेताब है
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अर्ज़ किया है ज़िन्दगी में अगर ग़म न होते
तो शायरों की गिनती में हम न होते
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हस्ते हुए चेहरे ने भरम रखा हमारा
वो देखने आया था किस हाल में हम हैं
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दुश्मनी हो जाती है मुफ्त में सैंकड़ों से
इंसान का बेहतरीन होना ही गुनाह है
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सोचता हूँअब खुद पर ही लगा दूं इलज़ाम
दिल मानता ही नहीं कि तुम सब मतलबी थे
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रहे न कुछ मलाल बड़ी शिद्दत से कीजिये
नफरत भी कीजिये तो ज़रा मोहब्बत से कीजिये
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तुम दर्द देकर भी कितने अच्छे लगते हो
ख़ुदा जाने तुम हमदर्द होते तो क्या होता
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वज़ह की तलाश न तब थी न अब है
बेवज़ह तुझे याद करना आदत है मेरी
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जहां गुंज़ाइशें है वहीं हर रिश्ता ठहरता है
आज़माइशें अक्सर रिश्ते तोड़ देती हैं
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मैने अभी अभी खुदको तसल्ली दी है
किसी को चाहने से कोई अपना नही होता
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तेरे प्यार का रोग नहीं जाता कसम से
गले में डाल कर मैने सैकड़ों ताबीज देखें हैं
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नाराज हमेशा खुशियां ही होती हैं
गमों के कभी इतने नखरे नहीं रहे
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नींद भी नीलाम हो जाती हैं दिलों की महफ़िल में जनाब
किसी को भूल कर सो जाना इतना आसान नहीं होता
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सुनकर शायरी हमारी वो अंदाज बदलकर ईस तरह बोले
कि कोई छिन लो कलम इनसे ये तो जान ले रहे है...
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हमें इक बार मरना है इक बार ही मरने दो
यूँ इश्क करवा के, हर रोज ना मारो
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खुदा जाने क्या था उन अजनबी आंखों में
मैंने बस एक नज़र में ज़िन्दगी खो दी
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थक गया दर्द भी अपनी अदाकारी करते करते
ऐ खुशी कभी तु भी अपना किरदार निभा दे
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लोग शोर से जाग जाते हैं साहब
मुझे एक इंसान की ख़ामोशी सोने नही देती
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उसने पुछा जिंदगी किसने बरबाद की
हमने ऊँगली उठाई और अपने ही दिल पर रख ली
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अजीब किस्सा देखा आज हमने खुदकुशी का
एक आदमी ने जिंदगी से तंग आकर 'मोहब्बत' कर ली
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तू बन जा गली मेरे दिल की
मै मेरे अंत तलक भटकू तुझमे
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इश्क में मेरी इतनी तो कर कदर
संदेशों को मेरे अकेले में पढ़ा कर
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मुझे शोक है लोगो को दिल में रखने का
लोगो को शोक है मेरी आस्तीन में रहने का...!
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सुना था गालिब उनके 52 रूप होते है...
हाए उनका एक रूप ऐसा है बाकी के 51रूप केसे होंगे....!
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