shyam baba shayari | श्याम बाबा शायरी

shyam baba shayari | श्याम बाबा शायरी

shyam baba shayari | श्याम बाबा शायरी

दिल में नेकी हो तो आँखों में चमक होती है
ऐसी आँखों में ही मेरे “श्याम” की झलक होती है
।। जय श्री श्याम।।

महक उठेगा मेरा चमन खाटू के दर्शन से
लौट आएगी खुशबू खाटू के दर्शन से
।। जय श्री श्याम।।

हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा शायरी

माटी का शरीर तेरा, एक दिन माटी में ही मिल जायेगा,
ले शरण बाबा “श्याम” की, तेरा जीवन सफ़ल हो जायेगा।
।। जय श्री श्याम।।

मोहब्बत शायरी श्याम बाबा

जिन आंखों को श्याम के दर्शन की आदत हो,
वो आंखे अपने मुक्कदर पे रोया नहीं करती।।
।। जय श्री श्याम।।

खाटू श्याम बाबा शायरी हिंदी 1 line

श्याम नाम अनमोल खजाना, जो बोले सो पायेगा,
बाकी सारा इस धरा का, यहीं धरा रह जायेगा।।
।। जय श्री श्याम।।

श्याम दीवानी शायरी

हारे का ये साथी मेरा लखदातार है।
तीन बाण धारी श्याम, विष्णु का अवतार है।।
।। जय श्री श्याम ।।

लखदातार शायरी 2 line

मत घबराना विपदा से, श्याम दीवानों घड़ी घड़ी।
तुझ पर आने से पहले, विपदा को हरले मोर छड़ी।।
।। जय श्री श्याम।।

लिखा तेरे मंदिर पे हारे का सहारा।
इसी नाम से बजता है डंका तुम्हारा।।
।। जय श्री श्याम।।

बाबा श्याम का आशीर्वाद शायरी

ना अमीरों की बात है, ना गरीबों की बात है
श्याम तेरे धाम की सेवा, तो नसीबो की बात है..!!
|| जय श्री श्याम ||

सबकी सुनते हो श्याम, फिर हमें क्यों रूलाते हो।
हम तुम्हारे ही भरोसे हैं, ये बात क्यों भूल जाते हो।।
।। जय श्री श्याम।।

खाटू श्याम बाबा शायरी हिंदी 2 line

कोई कहता है चांद से प्यारा है तू,
कोई कहता है हारे का सहारा है तू।
पर दुनिया वाले क्या जाने तुझे श्याम,
मेरे लिये तो जीने का सहारा है तू।।
सुप्रभात

मेरे सांवरे, तुम खास ही नहीं हर सांस में हो,
रूबरू नहीं पर हर एहसास में हो।
मिलोगे कभी पता नही, मगर हर तलाश में हो,
तलाश पूरी हो ना हो मगर हर आस में हो।।
सुप्रभात

लखदातार शायरी 1 line

हे मेरे बाबा, रूठना मत कभी हमसे,
मना नहीं पायेंगे ।
तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में, कि शायद’
हम अदा नहीं कर पायेंगे ।।
सुप्रभात

वो सुबह कैसी जिसमें तेरा नाम ना हो बाबा,
बिना तेरी खुशबू लिये कभी हमारी शाम ना हो बाबा,
हमारे रोम-रोम में बसे हो तुम श्याम,
वो पलकें ही क्या बाबा जो तेरी याद आये और नम न हो।
सुप्रभात

खाटू श्याम स्टेटस हिंदी

मैं क्यूं घबराऊँ श्याम, मुश्किल हो लाख भले।
तू थामें जब पतवार, मिट्टी पे नाव चलें।।
सुप्रभात

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