तहलका 2 line शायरी | hindi shayari

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तहलका 2 line शायरी | hindi shayari 

❝टूटे हुए कांच की तरह चकनाचूर हो गए,
किसी को चुभ ना जाऊं इसीलिए सबसे दूर हो गए❜❜

❝भुला देंगे तुमको ज़रा सब्र तो कीजिये ,
आपकी तरह मतलबी बनने में थोड़ा वक़्त तो लगेगा हमें।❜❜

❝आँखें थक गई है आसमान को देखते देखते,
पर वो तारा नहीं टूटता जिसे देखकर तुम्हें मांग लूँ❜❜

❝बड़े महँगे किरदार है ज़िंदगी में, जनाब,
समय समय पर, सबके भाव बढ़ जाते हैं।❜❜

❝जिंदगी के राह पर हम यू ही चल दिये हैं,
इस जिंदगी ने हमे गम ही गम दिए हैं।❜❜

❝उसके ना होने से कुछ भी नहीं बदला यारों,
बस कल जहाँ दिल होता था आज वहां दर्द होता है।❜❜

❝नज़दीकया होते हुए भी फ़ासलों में क़ैद हैं,
कितनी आज़ादी से हम अपनी हदों में क़ैद हैं।❜❜

❝जो सामने जिक्र नहीं करते,
वो अंदर ही अंदर बहुत फ़िक्र करते है।❜❜

❝इश्क करना है किसी से तो बेहद कीजिए,
हदें और सरहदें तो ज़मीन की होती है दिलों की नहीं।❜❜

❝करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना है मुश्किल,
दिल को तुमसे नही तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है।❜❜

❝खाली पलके झुका देने से नींद नही आती है जनाब,
सोते वो लोग है जिनके पास किसी की यादें नहीं होती।❜❜

❝कसूर तो था इन निगाहों का,
जो चुपके से उनका दीदार कर बैठी,
हमने तो खामोश रहने की ठानी थी,
पर बेवफा जुबान इज़हार कर बैठी।❜❜

❝तेरा नाम था आज किसी अजनबी की जुबान पे,
बात तो जरा सी थी,पर दिल ने बुरा मान लिया।❜❜

❝मोहब्बत की महफ़िलों में खुदगर्ज़ी  नहीं  चलती,
कम्बख़त मेरे ही दिल पे मेरी मरज़ी नहीं चलती।❜❜

❝काश आपकी सूरत इतनी प्यारी ना होती,
काश आपसे मुलाक़ात हमारी ना होती,
सपनो में ही देख लेते हम आपको,
तो आज मिलने की इतनी बेकरारी ना होती।❜❜

❝मिट्टी का तन है, क्या दिन रात सजाना
मिट्टी ही मंजिल, तन पर क्या इतराना।❜❜

❝महफिल  थी दुआओं की, तो मैंने भी एक दुआ मांग ली,
मेरे अपने सदा खुश रहें,  मेरे साथ भी, मेरे बाद भी।❜❜

❝उसकी दर्द भारी आँखों ने जिस जगह कहा था अलविदा,
आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतेज़ार में।❜❜

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