पढ़ने वाली शायरी दर्द भरी | padhne wali shayri dard bhari

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पढ़ने वाली शायरी दर्द भरी | padhne wali shayri dard bhari 

पढ़ने वाली शायरी दर्द भरी | padhne wali shayri dard bhari

बनकर चाय तेरे होठों तक आने की तलब है,
एक एक घूंट के साथ तेरी रूह में समाने की तलब है,
मदहोश हो जाऊ तेरी बाहों में इस तरह तुझे पाने की तलब है।

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रूह मे बसा हुआ शख्स,
दिल से नही उतर सकता.!!

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दर्द भरी बातें

हमारा मसला ये है कि शाम होते ही हम खुद से थोड़ा फरार चाहते हैं,

और पलटने वाले तुझे पहले ही बताया था कि मुर्शद किसी भी शक्श को हम सिर्फ एक बार चाहते हैं।।

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स्पर्श कुछ यूं हुआ है तेरी रूह से...

कस्तूरी भी फीकी है तेरे ख़ुशबू ए इश्क़ से।

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करेंगे श्रृंगार तुम्हारा,अपनी शायरियों से,

बैठो कभी हमारे सामने मोहब्बत बन के...!!

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किसी की याद में दर्द भरी शायरी

इश्क़ है न चाह है तुझे पाने की, 
फिर भी करीब रहो ये अच्छा लगता है

ख्वाब है न हकीकत है दरमियाँ अपने
फिर भी तुम्हें सोचना अच्छा लगता है

दूर हो न करीब ही हो मेरे "जाना"
फिर भी तू  हमकदम हो अच्छा लगता है

पराया है न अपना ही है तू मेरा
फिर भी तेरा साथ अच्छा लगता है।।

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एक रोज उसे मोहब्बत की निशानी दूंगा।

पहला तोहफ़ा उसे, पायल खानदानी दूंगा।

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कभी तो शाम ढले अपनी आँखों में सँवर जाने दे, 
मेरे सनम तेरी चाहत में मुझे बिखर जाने दे... 

तुझे तकता रहूं फ़क़त और कोई काम ना हो, 
इश्क़ में तेरे मुझे हर हद से गुज़र जाने दे..!!!!

मिल जाता है सुकून उनकी तस्वीर देख कर,
कुछ शख्स हमारी जिंदगी में ऐसे भी होते है....

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जिंदगी की दर्द भरी शायरी

हर एक के पसंद के मुताबिक़ नहीं है हम,

कड़वे जरूर है मगर दो मुखी नहीं है हम...

एक वक्त के बाद हर कोई गैर हो जाता है,

उम्र भर किसी को अपना समझना बस वहम है...!!

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तलव ऐसी की दिल ओ जान मे बसा लू तुमको,  

नसीब ऐसा की दीदार भी मयस्सर नहीं तेरा.... 

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कभी तू आँखों की कशिश
और कभी तू मन का राज़ है,
तू ही तू इस दिल के अन्दर
तू ही इस दिल का साज है,
कभी तू है पवन तो
एक खुशनुमा याद है,
तुझसे ही है जन्नत मेरी 
सिर्फ़ तू ही तो मेरी आवाज़।।

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रिश्तों की दर्द भरी शायरी

अभी तो कलम से ही तो दिखलाई है हमने
                   मोहब्बत 💖
रूबरू जिस दिन मिलेंगे अंदाज-ए-इश्क़
                   अलग होगा।

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ना खूबसूरत ना अमीर,ना शातिर बनाया है,

उस रब ने मुझे तो बस आपकी खातिर बनाया है।

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तुझे  किसी ने गलत कह दिया मेरे बारे में, 
नही मियां मैं दिलो को दुखाने वाली नहीं, 
बस इतना जान ले ए पुरकाशिस ये दिल तुझसे बेहल तो सकता है, लेकिन तुझपे आने वाला नहीं, 

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छोड़कर जाने वाली दर्द भरी शायरी

मजबूर कर देते है लिखने के लिए,

उफ़्फ़..तेरे ख़याल तेरी ही तरह ज़िद्दी हैं...!!

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मेरे आसुं नही थम रहे के वो मुझे जुदा हो गया, 
और तुम कह रहे हो छोड़ो  यार अब ऐसा क्या हो गया... 

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बुखार ए इश्क़ चढ़ा है मुझपर,
जरा इश्क़ को पन्नों पे उतारने दो,

इन बिखरे पन्नों को उड़ने दो,
इन्हें हवाओं में जरा लहराने दो,

यह मेरे इश्क की स्याही है, 
कुछ तो इन्हें गुल खिलाने दो ।

ना जाने क्यों मुर्शिद, मगर जी चाहता है.....वफ़ा को आग लग जाएं, और मोहब्बत भाड़ मे जाएं... 

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मोहब्बत की गम भरी शायरी

क़हर है मौत है क़ज़ा है इश्क़, सच तो यूँ है बुरी बला है इश्क़...
असर-ए-ग़म ज़रा बता देना, वो बहुत पूँछते हैं
क्या है इश्क़..

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माना की तुम्हें, Dp, story aur status में नहीं लगा सकते,

पर यक़ीन मानो तुम्हें जहां भी रखा है बहुत महफ़ूज़ रखा है ..!❤️

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वो शक्स एक रोज़ मुझसे सवाल कर बैठा, 
    
के मुर्शिद 

मरने की धमकी दे कर, 

  ये मनाने का तरीका कहा से सीखा... 

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रात की दर्द भरी शायरी

के मुर्शिद उनसे कहना, 

ज़िंदगी किस तरह बसर होगी

     हय मुर्शिद
  
अब दिल नहीं लग रहा मोहब्बत में

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वो अपनी मोहब्बत कुछ इस तरह निभाती हैं, 

         के मुर्शिद... 

वो अपनी मोहब्बत कुछ इस तरह निभाती हैं अब

के उसके नाम पर सब लिखना बस उसका ही नाम ना लिखना

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जानती हुं के सारी बात मुकदर् की है, 

और मुर्शिद

हमारे मुकदर् में शायद उनके खुदा ने हर खवाईश् का जनाजा ही लिख रखा है...

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जिंदगी की दर्द भरी शायरी 2 Line

मैं वाजिफो से आई हु उसे शेहरे ए मोहब्बत में,

मुर्शिद 

वरना वो किसी की बातों में तो आने से रहा... 

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छोटी ही उम्र में अल्लाह वज़ीफ़ा इतना 

अभी क्या सिन है जो पढ़ते हो बला की तस्बीह 

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खूब दर्द भरी शायरी

ये चाँद को तोड़ कर जोड़ने वाले, 

ज़रा हम पर भी गौर कर हम तो टूटी हुए किस्मत ले कर बैठे हैं, 

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मैं क्यो किसी और को देख कर जलुगीं, 

हय् मुर्शिद

मैं तो खुद इतनी प्यारी हु... 

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