प्यार में धोखा बेवफा शायरी 2022 2 line | hindi shayri
मरहम न सही कोई ज़ख्म ही दे दो ऐ ज़ालिम !
महसूस तो हो कि तुम हमें अभी भूले नहीं हो..!!
-------------------------------------------
हमरा यकीन ने ही यकीन तोड़ा है
हमने भी यार एक हसीन छोड़ा है
-------------------------------------------
हम शुरू से ही टूटे हुए है जनाब
किसी ने दिल तोड दिया और किसी ने विस्वास! !
-------------------------------------------
आजकल ग़लतियां भी सोच समझ कर करनी चाहिए
क्योंकि लोग मौका ढूंढते हैं रिश्ते तोड़ने के लिए!🥺
-------------------------------------------
सब समझते हैं मैं बुरा हूँ बहुत,
तुमनें आख़िर क्यों ये बात नहीं समझी,
मेरे दरिया में दिखावा कम है साकी
पर दुनियाँ नें क़भी भी हक़ीक़त की बात नहीं समझी...!!
-------------------------------------------
हम दीवानों का पता पूछना.. तो पूछना यूँ ...,
जो कहीं के नहीं रहते , वो कहाँ रहते हैं....??
-------------------------------------------
कोई बताए कि मैं इसका क्या करूं,
परेशान करता है ये दिल,
धड़क धड़क कर मुझे.......।।
-------------------------------------------
कभी अय्याशी तो कभी कि है महकशी यारों,
पर असल में खा गई हमें दिल्लगी यारों
हैं जिम्मेदारी जो जिन्दा है वरना,
नाकाम इश्क में जायज है खुदखुशी यारों.....!!
-------------------------------------------
जिससे मोहब्बत थी वह यार बेवफा रहा
हमारे मनाने पर भी वो हमसे खफा रहा
-------------------------------------------
के मुलाकाते नही मुमकिन,
हमे एहसास है लेकिन
बस इतना याद रखना के तुम्हे हम याद करते है....!!
-------------------------------------------
मुद्दतों बाद हुआ था भरोसा किसी पर ….
फिर ये साबित हुआ कि कोई भरोसे के क़ाबिल नहीं होता.
-------------------------------------------
मेरे इश्क में इतनी जज्बाती थी वो
में जैसे बोलता वैसे हो जाती थी वो
-------------------------------------------
तुमने देखा है सिर्फ़ आंखों को
अभी आंखों में कहां देखा है
-------------------------------------------
तेरी मोहब्बत मैं मुझे ऐसी उमर कैद मिले
हार जाए सारे वकील मुझे ना रिहाई मिले
-------------------------------------------
उठ कर तेरी मिट्टी से रूह से शादी मना लूंगा
फर्श पर तेरा नाम हुआ तो अर्श पर अपना बना लूंगा
-------------------------------------------
जो यहां ना खेला जा सका वहां वो खेल होगा
जिस्म नहीं मिल पाएं तो क्या वहां रूहों का मेल होगा...!!
-------------------------------------------
तेरे मिलने की आस और
तेरे साथ होने के काश से मिलकर
मेरी एक जिंदगी बनी है...!!
-------------------------------------------
इश्क़ को, या खुदा क्यों नजर लग गई,
यूँ लगे मेरी हर दुआ बेअसर हो गई,
हमने तिनके चुने आशियाँ के लिए,
जाने कैसे आँधियों को खबर हो गई..!!
-------------------------------------------
जीने की कुछ तो.. वजह होनी चाहिए...
वादे ना सही.. यादें तो होनी चाहिए...
आपका यह दिन यादगार हो
-------------------------------------------
राह-ए-वफ़ा में हम को ख़ुशी की तलाश थी,
दो कदम ही चले थे कि हर कदम पे रो पड़े..!!
-------------------------------------------
बदलते लोग, बदलते रिश्ते और बदलता मौसम,
चाहे दिखाई ना दे मगर महसूस जरूर होते है..!!
-------------------------------------------
मैं प्रीत का बुना हुआ स्वेटर हूं
तुम लफ़्ज़ों की तुरपाई हो
मैं बहता सर्द हवाओं सा
तुम कम्बल और रजाई हो...!!
-------------------------------------------
तुझसे मिलने की तड़प, तेरी ही खुमारी है
कोई भी कह देगा इसे इश्क की बीमारी है
-------------------------------------------
बिखरने का सब़ब क्या कहें यारों किसी से अब,
काँच टूटता है तो कुछ टुकड़े समेटने में नहीं आते..!!
-------------------------------------------
इश्क़ वही है जो हो एक तरफा,
इज़हार-ऐ-इश्क़ तो ख्वाहिश बन जाती है,
है अगर मोहब्बत तो आँखों में पढ़ लो,
ज़ुबान से इज़हार तो नुमाइश बन जाती है।
-------------------------------------------
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे;
खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे;
अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो;
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
-------------------------------------------
हुस्न-ए-बेनजीर के तलबगार हुए बैठे हैं,
उनकी एक झलक को बेकरार हुए बैठे हैं,
उनके नाजुक हाथों से सजा पाने को,
कितनी सदियों से गुनाहगार हुए बैठे हैं..!!
-------------------------------------------
उनसे कह दो मुझे खमोश ही रहने दें ''"अली''",
लब पे आएगी तो हर बात गिराँ गुज़रेगी..!!
-------------------------------------------
Lamhe Lamhe Ki Aankh Pur Nam Hai,
Kaun Kehta Hai Waqt Marham Hai...!!!
-------------------------------------------
तुम्हें कितनी मोहब्बत है मालूम नहीं
मुझे लोग आज भी तेरी क़सम दे कर मना लेते है!
-------------------------------------------
हम भी कुछ प्यार के गीत गाने लगे हैं,
जब से ख़्वाबों में मेरे वो आने लगे हैं..!!
-------------------------------------------
रात गहरी थी डर भी सकते थे
हम जो कहते थे कर भी सकते थे...
तुम जो बिछड़े ये भी ना सोचा
हम तो पागल थे मर भी सकते थे...!!
-------------------------------------------
रोशन है तुझसे मेरी मोहब्बत का जहां
जो बात तुझमें है जाना किसी और मैं कहा
plz do not enter any spam link in the comment box
plz do not enter any spam link in the comment box