जान से सबसे ज्यादा प्यार करने वाली शायरी | pyar krne wali shayri

जान से सबसे ज्यादा प्यार करने वाली शायरी | pyar krne wali shayri 

जान से सबसे ज्यादा प्यार करने वाली शायरी | pyar krne wali shayri

सौदा ख़राब नहीं है वैसे..!!
तुमको खो के मैंने खुद को पा लिया..!!
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एक ख़त जो तूने कभी लिखा ही नही..
मै रोज़ बैठ कर उसका ज़वाब लिखता हूं..
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अपनी हालत का खुद अहसास नहीं है मुझको 
मेने ओरो से सुना है, कि परेशान हूं में और पढ़े...
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कोशिश करें ख़ानदानी लोगों से वास्ता रखें..!!
ये नाराज़ भी हो तो इज्ज़त पर वार नहीं करते..!!
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बेवजह है तभी तो मोहब्बत है...!!
वजह होती तो साजिश होती...!!
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मेरी आवाज़ अकेली ही पलट कर आई थी..!!
जब मुसीब़त में कभी यार पुकारें मैंने और पढ़े...
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मेरे अल्फाज़ ही हैं मेरे दर्द का मरहम..!!
अगर मैं शायर ना होता तो पागल होता..!!
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कोई बैठा रहा लफ्जों के लिए...!!
और किसी ने आंखें पढ़ ली...!!
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तुम्हारें बारे में सब को बताना ज़रूरी था..!!
सो बस हम शायरी लिखने लगे तुम पर और पढ़े ....
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मुझको खो दोगे तो पछताओगे बहुत,
ये आख़री ग़लती तुम सोच समझ कर करना....!!!
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मैं जानता हूं तुम नहीं समझोगी...!!
फिर भी यह मेरी आखिरी कोशिश है...!!
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उसे पता ही नहीं इंतज़ार का दुख..!!
मैं उसके पास कभी देर से गया ही नहीं और पढ़े....
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वो ज़हर देता तो सब की निगह में आ जाता..!!
सो ये किया कि मुझे वक़्त पे दवाएँ न दीं..!!
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कोई और तरीका नहीं बर्बादी का क्या...!!
घुमा फिरा के बात करते हो मोहब्बत की...!!
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उजड़ गए ना सर से पांव तक...!!
करो करो और मोहब्बत करो और पढ़े....
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सब ने पैसों से मान जाना है...!!
चाहे वह हो, या उसके घर वाले...!
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बस यही हुआ कि तेरे बाद कि...!!
 दोबारा कभी मोहब्बत पर दिल अमादा ना हुआ...!
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मुकद्दर की जंजीरों से बंधे हम बेबस लोग..!!
उम्र गुजार देते हैं,मोजज्जे के इंतजार में और पढ़े...
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कभी-कभी किसी के अल्फाज इतने चुभते हैं कि फिर हम चुप से हो जाते हैं, और सोचते हैं कि क्या वाकई हम इतने बुरे हैं...!!
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अधूरी है ख्वाइश , सिमट रही है जनवर..!!
खड़ी है चौखट पे, इश्क वालो की फरवरी..!!
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मै डरता हूं कोई पूछ ना ले..!!
वो अगर रुह में शामिल था तो बिछड़ा कैसे और पढ़े...
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जब से सुना है उस लड़के को सादगी पसंद है..!!
तब से एक लड़की श्रृंगार नही करती..!!
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अगर मिल जाती सबको अपनी मोहब्बत की मंजिल..!!
तो फिर इन रातों के अंधेरे में शायरी कौन करता..!!
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यूँ भी तो राज़ खुल ही जाएगा मोहब्बत का..
महफ़िल में जो हमारे सिवा सब को सलाम करते हो..
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कोई और तरीका नहीं बर्बादी का क्या...!!
घुमा फिरा के बात करते हो मोहब्बत कीऔर पढ़े...

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