उदास जिंदगी शायरी 2 line | udas shayri
कांच की तरह होता है यकीन, !!!
गलत जगह रखोगे तो टूट ही जायेगा___!!
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जिसके लिए मैने दौड़ लगाई, वह मेरा था ही नहीं..!!
उस दौर में जो मैने पीछे खोया वह बेशकीमती था___!!
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प्यार में बोलना जरूरी नहीं होता...
समझना और सहना जरूरी होता है___!!
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किसी ने एक सवाल पूछ कर रुला दिया
तुम दोनो यार कबसे बात नहीं करते
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हम जैंसे बेकार लोग
रूँठ भी जायें तो कौन मनाने आएगा___!!
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हम भीगते हैं जिस तरह से तेरी यादों में डूबकर,
इस बारिश में कहाँ वो कशिश तेरे ख्यालों जैसी___!!
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“छतरियाँ हटा के मिलिए इनसे,
ये जो बूँदें हैं...बहुत दूर से आईं हैं___!!
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तेरी यादों पे___ वार देते है...
हम दिन कुछ यूं गुजार देते है____!!
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आना टूटा रिश्ता लेकर
गुंजाइश की बात करेंगे___!!
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क्यों सताते हो हमें बेगानों की तरह
कभी तो चाहो चाहने वालों की तरह___!!
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इश्क़ की अंतिम हद होती है ज़लील होना !
मेने वहां तक साथ निभाया है मेरी महोब्बत का___!!
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खामोशी का अपना अलग ही मजा है
पेड़ों की जड़े कभी फड़फड़ाया नहीं करते___!!
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आँखें खुली तो ...... जाग उठी हसरतें तमाम,
उसको भी खो दिया, जिसे पाया था ख्वाब में___!!
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तुझे खूबसूरत कहना तौहीन हैं तेरे हुस्न की सच तो ये हैं,
तू सारी कायनात में लाजवाब हैं..
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आपने इश्क़ सिर्फ सुना है ,देखा है, पढ़ा है,,,,,
हमने इश्क़ किया है, जिया है ,सहा है ,हारा है,,,,,,,
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बालकनी से बाहर आकर कर देखो ए-हसीना
मौसम तुम से मेरे दिल की बात कहने आया है___!!
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भीगा है हर इंसान यहां
कोई दुःख से कोई सुख से तो कोई उम्मीद से___!!
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"तुम्हारा मिलना इत्तफ़ाक़ न था कभी"
"इक उम्र की मेरी तन्हाई का मुआवज़ा है तू"
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कुछ इसलिए भी सावन से रंजिश है मेरी
ये दिल में याद की बेले उगाने लगता हैं___!
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कोई मरहम नहीं चाहिये तेरे दिये जख्मों पर
गर है फिक्र इतनी तो सीने से लगा ले एक बार___!!
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बहुत जरूरी नहीं हूं मैं लेकिन
मेरे बगैर कुछ कमी जरूर रहेगी___!!
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दोबारा छोड़ने की बात मत कहना
तुम्हारे बिना जी नहीं पाएंगे___!!
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वक्त के साथ
सब कुछ भाड़ में चला जाता है___!!
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अब कौन इन काली घटाओं को घुमड़ने से रोकेगा...
खोल दी है जुल्फें उन्होंने अपनी देखना अब सावन आएगा___!!
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जिंदगी में बस प्यार सच्चा होना चाहिए..
पैसे का क्या है वो तो मिलकर चोरी कर लेंगे..
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वो कहती थी भागकर शादी कर लेंगे
वो भाग गयी But मुझे ले जाना भूल गयी___!
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अपने कदमो के निशान मेरे रास्ते से हटा दो
कही ये ना हो मैं चलते चलते तेरे पास आ जाऊँ___!!
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बातें तुमसे हो या ना हो
फिकर तो तुम्हारी हर रोज रहती है"
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तुम जरूरी क्या हुए हम अधूरे हो गए
कम उम्र में इश्क़ करने वाले हम
सही उम्र में बिल्कुल अकेले हो गए हैं...!!
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